कोलकाता। भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री शुक्रवार को अपने आखिरी इंटरनेशनल मैच में उतरे। कुवैत के खिलाफ फीफा वर्ल्ड कप क्वालीफायर का यह मुकाबला कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम में खेला गया। मुकाबले को देखने 62,000 से ज्यादा दर्शक पहुंचे। गौरतलब है कि छेत्री ने पिछले महीने इस मुकाबले के बाद इंटरनेशनल फुटबॉल से अपने रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया था। हालांकि, वे अपने क्लब बेंगलुरु एफसी के लिए अगले सीजन तक खेलते रहेंगे।
कोलकाता में फुटबॉल का क्रेज सामान्य बात है लेकिन छेत्री के आखिरी मुकाबले ने इस क्वालीफायर मैच को खास बना दिया। स्टेडियम के आस–पास हर तरफ छेत्री के 11 नंबर की नीली जर्सी पहने फैंस नजर आ रहे थे। मैदान के बाहर इन जर्सियों की कीमत 180 से 300 रुपए तक थी। माहौल किसी बड़े क्रिकेट मैच से कम नहीं था। फैंस घंटों भर पहले से मैदान के बाहर जमा होना शुरू हो चुके थे। यह हाल तब था जब दिन में कोलकाता में भारी उमस और शाम को तेज बारिश का मौसम था। कई क्रिकेट फैंस इंडिया और आईपीएल टीम की जर्सी में भी मैदान पर पहुंचे।
छेत्री की विदाई के लिए स्पेशल बैंड का रहा इंतजाम: छेत्री के आखिरी मैच के लिए फेडरेशन ने स्पेशल म्यूजिक बैंड का इंतजाम किया। मैदान में खिलाड़ियों के एंट्री पॉइंट पर यह बैंड शाम से ही प्रैक्टिस शुरू कर चुका था। वहीं, मैदान पर मौजूद दर्शकों ने स्टेडियम के स्टैंड्स को छेत्री के समर्थन में पोस्टर्स से पाट दिया। शाम 6 बजे के करीब छेत्री प्रैक्टिस में उतरे तो स्टेडियम उनके नाम के नारों से गूंज उठा।
जब छेत्री ने यूनाइटेड को हराया
- जिस टीम से रोनाल्डो खेला करते थे, उस टीम का हिस्सा रहे। जब छेत्री अपने करियर के चरम पर थे, तो उन्होंने कई रिकॉर्ड्स अपने नाम किए थे। वे कई महाद्वीपों में खेलने वाले पहले भारतीय बने थे। पहले उन्हें नॉर्थ अमेरिकी क्लब कंसास सिटी विजार्ड्स ने अपने साथ जोड़ा था। इसके बाद यूरोपियन क्लब स्पोर्टिंग सीपी में रिजर्व के रूप में रहे।
- साल 2008 में जब छेत्री ईस्ट बंगाल से खेला करते थे, तब इंग्लैंड, पुर्तगाल व अमेरिका के कई क्लबों ने उन्हें शामिल करने में रुचि दिखाई। इसमें प्रीमियर लीग टीम लीड्स यूनाइटेड, चैम्पियनशिप टीम कोवेंट्री सिटी, पुर्तगाल की सेकंड डिविजन टीम एस्टोरिल प्राइया, मेजर लीग सॉकर टीम डीसी यूनाइटेड व लॉस एंजिलिस गैलेक्सी जैसे क्लब थे। उन्होंने कोवेंट्री के लिए ट्रायल भी दिया, लेकिन जुड़ नहीं सके।
- साल 2010 में एमएलएस टीम कंसास सिटी विजार्ड्स से जुड़े। तब वे अमेरिका में पेशेवर फुटबॉल खेलने वाले पहले भारतीय बने थे। 25 जुलाई 2010 में मैनचेस्टर यूनाइटेड के खिलाफ 2-1 से जीतने वाली कंसास सिटी विजार्ड्स टीम का हिस्सा थे। इस मैच में वे 21 मिनट खेले थे।
- वे 2012-13 में पुर्तगाल के क्लब स्पोर्टिंग सीपी का हिस्सा रहे। यह वही क्लब है, जिसमें क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने अपने करियर के शुरुआती दो साल बिताए थे।