नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कोरोना के रिकॉर्ड मामले आने से हालात बेकाबू हो गए। कई सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में बेड की कमी देखी जा रही है। बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना संक्रमण के 13,468 नए मामले सामने आए है, जबकि 81 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना महामारी के अब तक दिल्ली में 11436 लोगों की मौत हो चुकी है। दिल्ली में कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर 43510 पर पहुंच गई है।
अस्पतालों में कोरोना संक्रमण ग्रसित मरीजों को भर्ती करने के लिए बेडों की कमी देखी जा रही है। दिल्ली सरकार ने बढ़ती कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य केंद्रों को कोरोना संक्रमितों को भर्ती करते समय नियमों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए है। इस निर्देशों में यह भी कहा गया है कि हल्के लक्ष्णों वाले कोरोना पॉजिटिवों को घर में आइसोलेशन कर इलाज करें।
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स्वास्थ्य सेवा निदेशालय ने कहा है कि गंभीर रूप से बीमार रोगियों को कोविड अस्पताल में भर्ती किया जा सकता है। सांस लेने में तकलीफ वाले मरीजों जिन्हें वेटिंलेटर की जरूरत है, उन्हें अस्पताल में भर्ती किया जाए। बता दें कि महाराष्ट्र के बाद दिल्ली देश का कोरोना से प्रभावित दूसरा बड़ा राज्य बन गया है।
दिल्ली में लगातार बढ़ते कोरोना मामलों के बीच सरकार सख्त फैसले कर रही है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्लीवासियों से अपील करते हुए कहा है कि बहुत जरूरी हो, तभी घर से बाहर निकलें।
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लॉकडाउन की आशंका के चलते पलायन को मजबूर लोग
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए दिल्ली में लॉकडाउन की आशंका के चलते श्रमिक व अन्य लोग दिल्ली से पलायन को मजबूर है। गुरुवार को ट्रेनों व बसों में लोगों की भारी भीड़ रही। लोग लगभग दुगुना किराया देकर भी यात्रा करने को मजबूर है।