Delhi News : किसान ट्रैक्टर परेड के दौरान मंगलवार को आंदोलनकारी किसानों ने जमकर उत्पात मचाया। आंदोलकारी किसानों ने पुलिस के पथराव कर लाल किले को अपने कब्जे में ले लिया। इन आंदोलनकारियों ने लाल किले पर अपना झंडा फहरा। गणतंत्र दिवस पर लाल किले पर तिरंगे की जगह अपना झंडा फहराने से देशवासियों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। लोगों ने किसानों को भड़काने वाले नेताओं पर देशदोह का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग की है।
आंदोलनकाी किसानों ने कई जगहों पर पुलिसकर्मियों से मारपीट की। कई इलाकों में पुलिस पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की गई। किसानों के हमले में 83 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। जिनमें से 26 की हालत गंभीर है। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
यह भी पढ़ें :IMF : वर्ष 2021 में देश की अर्थव्यवस्था में 11.5% की बढ़ोतरी का अनुमान
दिल्ली के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार ने कहा कि ट्रैक्टर रैली में पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली पुलिस के पीआरओ ईश सिंघल ने बताया कि प्रदर्शनकारी कुछ स्थानों पर हिंसक हो गए। उपद्रवियों के हमले में कई पुलिस कर्मी घायल हो गए। उपद्रवियों ने इस दौरान सार्वजनिक संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचाया। पुलिस ने संयम बरता और जरूरत पड़ने पर ही बल का प्रयोग किया।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, मुकरबा चौक, गाजीपुर, ए-पॉइंट आईटीओ, सीमापुरी, नांगलोई टी-पॉइंट, टिकरी बॉर्डर और लाल किले से अधिकांश घटनाएं सामने आईं। उपद्रवी भीड़ द्वारा की गई बर्बरता के इस कृत्य में 86 पुलिसकर्मियों के घायल होने और कई सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है।
Latest Hindi News से जुड़े, अन्य अपडेट के लिए हमें फेसबुक पेज और ट्विटर पर फॉलो करें
इस खबर काे शेयर करें