Krishna Janmashtami 2024: जन्माष्टमी, भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण हिन्दू त्योहार है। इस पावन अवसर पर भक्तगण व्रत रखते हैं, पूजा-अर्चना करते हैं और भगवान श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त करने के लिए अनेक धार्मिक अनुष्ठान करते हैं। किंतु, इस दिन कुछ ऐसे कार्य हैं जिन्हें करने से भगवान श्रीकृष्ण नाराज हो सकते हैं। अतः भक्तों को इन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
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1. क्रोध और अहंकार से बचें
भगवान श्रीकृष्ण, जिन्हें प्रेम और करुणा का अवतार माना जाता है, ने हमेशा अहंकार और क्रोध से दूर रहने की शिक्षा दी है। जन्माष्टमी के दिन क्रोध करना या किसी पर अहंकार दिखाना भगवान की कृपा से वंचित कर सकता है। इस दिन हमें अपने अहंकार को त्यागकर सभी के प्रति विनम्रता और सहानुभूति का भाव रखना चाहिए।
2. व्रत का पालन ठीक से करें
जन्माष्टमी के दिन व्रत रखने का विशेष महत्व है। इस व्रत को सच्चे मन और श्रद्धा के साथ करना चाहिए। व्रत के दौरान अनुचित भोजन करना, अनुचित समय पर व्रत तोड़ना या व्रत में कोई लापरवाही बरतना भगवान श्रीकृष्ण की नाराजगी का कारण बन सकता है। व्रत के दौरान केवल फलाहार का सेवन करें और भगवान के प्रति अपनी भक्ति को अडिग रखें।
3. असत्य और छल से दूर रहें
भगवान श्रीकृष्ण ने जीवन भर सत्य और धर्म का पालन किया और दूसरों को भी यही मार्ग दिखाया। इस दिन असत्य बोलना, किसी के साथ छल करना या दूसरों को धोखा देना भगवान श्रीकृष्ण को अप्रसन्न कर सकता है। जन्माष्टमी के दिन अपने विचारों और कार्यों में सत्यता और ईमानदारी बनाए रखें।
4. नशे और मांसाहार से बचें
जन्माष्टमी के दिन शराब, धूम्रपान, या अन्य किसी प्रकार का नशा करना और मांसाहार का सेवन करना भगवान श्रीकृष्ण की नाराजगी का कारण बन सकता है। यह दिन शुद्धता और पवित्रता का है, इसलिए नशे और मांसाहार से दूर रहना चाहिए। इस दिन सात्विक भोजन का सेवन करें और शरीर और मन दोनों को शुद्ध रखें।
5. प्रकृति और पशु-पक्षियों का अनादर ना करें
भगवान श्रीकृष्ण ने गोकुल में अपने जीवन के प्रारंभिक वर्षों को गौपालन और प्रकृति के साथ बिताया। इसलिए, इस दिन प्रकृति और पशु-पक्षियों का अनादर नहीं करना चाहिए। वृक्षों को काटना, पशुओं को हानि पहुंचाना या पर्यावरण को नुकसान पहुंचाना भगवान की कृपा से वंचित कर सकता है। इस दिन प्रकृति की सुरक्षा और संरक्षण का संकल्प लें।
6. अज्ञानता और अधर्म का समर्थन ना करें
भगवान श्रीकृष्ण ने हमेशा धर्म की रक्षा की और अधर्म का नाश किया। जन्माष्टमी के दिन किसी भी प्रकार के अधर्म, अज्ञानता या अन्याय का समर्थन नहीं करना चाहिए। भगवान श्रीकृष्ण को प्रसन्न करने के लिए हमें सत्य और धर्म के मार्ग पर चलना चाहिए और अन्याय का विरोध करना चाहिए।
निष्कर्ष
जन्माष्टमी एक पवित्र और महत्वपूर्ण दिन है, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना करके उनकी कृपा प्राप्त की जाती है। इस दिन किसी भी प्रकार के अनुचित कार्य, जो भगवान श्रीकृष्ण की नाराजगी का कारण बन सकते हैं, से बचना चाहिए। हमें इस दिन को शुद्ध मन और पवित्र आचरण के साथ मनाना चाहिए ताकि भगवान श्रीकृष्ण का आशीर्वाद हमें प्राप्त हो और हमारा जीवन सुख, शांति और समृद्धि से परिपूर्ण हो सके। Krishna Janmashtami 2024
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