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मिस्र : रेत में दबे 3,000 साल पुराने सबसे बड़े शहर का पता चला, जानिए क्या है खास बात

काहिरा। मिस्र के पुरातत्वविदाें ने रेत में दबे 3,000 साल पुराने सबसे बड़े शहर की खाेज की है। यह शहर लक्सर में नील नदी की घाटी में मिला है। मिस्र के पुरातत्व विशेषज्ञ जाही हवास ने इसकी घाेषणा की है। उन्हीं के नेतृत्व में यह खोज हुई है। उन्होंने बताया, ‘खोए हुए सुनहरे शहर की खोज लक्सर के करीब की गई है। यहां राजाओं की घाटी स्थित है।’ बताया जाता है कि यह शहर एमेनोटेप-3 के शासनकाल का है। यह तूतनखामेन के दौरान भी अस्तित्व में था।

पुरातत्वविदाें की टीम ने पिछले साल सितंबर में खोज शुरू की थी। लक्सर के पास रामसेस-3 और एमेनटॉप-3 के मंदिरों के बीच में काहिरा से 500 किमी दूर खोज की गई। कुछ ही हफ्तों में उन्हें सभी जगहों पर मिट्टी की ईंटों से बनीं आकृतियां मिलने लगीं। खुदाई में एक विशाल शहर निकला जो काफी अच्छी हालत में संरक्षित था।

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बताते चलें कि एमेनटॉप-3 ने विरासत में ऐसा साम्राज्य पाया, जो यूफरेट्स से सूडान तक फैला था। उनकी मौत 1354 ईसा पूर्व में हुई। उन्होंने चार दशकों तक राज किया। इस काल को समृद्धि और भव्य इमारतों के लिए जाना जाता है।

एमेनटॉप-3 की मोहर लगीं मिट्टी की ईंटें मिली

प्राचीन पिरामिडाें के देश मिस्र में खोजा गया इसे सबसे विशाल प्राचीन शहर बताया गया है। जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी की मिस्र की कला और पुरातत्वविद प्राेफेसर बेट्सी ब्रायन ने बताया कि तूतनखामेन के मकबरे की खोज के बाद यह दूसरी सबसे बड़ी पुरातत्व खोज है।

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यहां अंगूठियों जैसे जेवर, रंगीन बर्तन, ताबीज और एमेनटॉप-3 की मोहर लगीं मिट्टी की ईंटें मिली हैं। इससे पहले कई बार इस शहर की खोज की गई थी। लेकिन सफलता नहीं मिली थी। उम्मीद जताई गई है कि आगे की खोज में और कई मूल्यवान चीजें मिल सकती हैं।

शहर की खासियत

  • करीब-करीब पूरी बनी दीवारें सुरक्षित मिलीं।
  • रोजमर्रा के सामान से भरे कमरे तक पाए गए।
  • हजारों साल बाद ऐसे मिला है जैसे कल ही का हो।
  • अवन के साथ बेकरी और बर्तनों का स्टोर भी मिला।
  • प्रशासनिक और रिहाइशी जिलों की जानकारी भी मिलीं।

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